मेरी अपील - सत्यजीत सिंह अतवारा

महाभारत का युद्ध अपने चरम पर था। अपने पिता द्रोणाचार्य के मारे जाने से अत्यन्त क्रोधित होकर अश्वथामा ने पांडव सेना पर नारायण अस्त्र छोड़ दिया।
इस अस्त्र की खूबी यह थी कि जिस हाथ में हथियार हो उस पर अग्नि बरसा कर तुरंत नष्ट कर देता था। भगवान श्रीकृष्ण ने अपनी सेना को अस्त्र-शस्त्र  छोड़ कर, चुपचाप खड़े रहने का आदेश देते हुए कहा कि- मन में युद्ध करने का विचार भी न लाएं, यह उन्हें भी पहचान कर नष्ट कर देता है।
नारायण अस्त्र समय के साथ धीरे-धीरे शांत हो गया। इस तरह पांडव सेना की रक्षा हुई।
NOTE -
केवल लड़ाई से ही सफलता नही मिलती। प्रकृति के प्रकोप से बचाव का एक ही तरीका है कि कुछ समय के लिए हम अपने सभी काम छोड़ दें। भगवान का भजन करते हुए एक ही जगह पर रुक जायँ।तभी हम प्रकृति के कहर से बच सकते हैं। कोरोना अपनी समयावधि पूरी करके शांत हो जाएगा।